UP Sanskrit Scholarship Yojana 2024: यूपी में संस्कृत स्कॉलरशिप योजना शुरू, इस लिंक से करे आवेदन

UP Sanskrit Scholarship Yojana 2024:उत्तर प्रदेश सरकार ने संस्कृत छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की है। छात्रवृत्ति का पैसा सीधे छात्र के बैंक खाते में दिया जाएगा। राज्य सरकार ने 23 साल बाद इस छात्रवृत्ति को फिर से शुरू किया है। पहले यह छात्रवृत्ति केवल 300 छात्रों को दी जाती थी। तो आइए जानते हैं इसके बारे में

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के छात्रों के लिए एक नई योजना शुरू की हैं.जिसका नाम संस्कृत छात्रवृत्ति योजना (UP Sanskrit Scholarship)है। यह छात्रवृत्ति संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिए है। सीएम योगी द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, इस योजना के तहत पूरे प्रदेश में 69,195 संस्कृत छात्रों को 586 लाख रुपये की छात्रवृत्ति वितरित की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पहले छात्रवृत्ति के लिए केवल 300 छात्र ही पात्र थे, जिसमें आयु सीमा तय थी। अब उन प्रतिबंधों को हटा दिया गया है। नई योजना के तहत सभी पात्र छात्रों को इसका लाभ मिलेगा।

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि संस्कृत सिर्फ देव वाणी नहीं है, बल्कि यह एक वैज्ञानिक भाषा भी है, जिसे कंप्यूटर विज्ञान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे आधुनिक क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है। सीएम योगी ने छात्रों को सीधे और सुरक्षित धन हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए बैंक खाते खोलने के लिए भी प्रोत्साहित किया। यह छात्रवृत्ति संपूर्णा नंद संस्कृत विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्रों को दी जाएगी।

सरकार ने शुरू की छात्रवृत्ति योजना जिसके तहत 12वीं पास को हर माह मिलेंगे 8000 रुपये

UP Sanskrit Scholarship Scheme 2024 

इसके अलावा, उन्होंने उत्तर प्रदेश में आवासीय गुरुकुल शैली के संस्कृत विद्यालयों को पुनर्जीवित करने की योजना की भी घोषणा की। इन गुरुकुल जैसी संस्थाओं को अतिरिक्त सहायता मिलेगी, साथ ही छात्रों के लिए निःशुल्क आवास और भोजन उपलब्ध कराने वालों को विशेष सहायता भी मिलेगी। योग्य आचार्यों की भर्ती के लिए गुरुकुलों को स्वायत्तता भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार भाषा में उन्नत शोध को बढ़ावा देने के लिए वैदिक विज्ञान केंद्र भी स्थापित कर रही है।

संस्कृत छात्रवृत्ति योजना क्या है 

उत्तर प्रदेश सरकार ने नई योजना के तहत यूपी सरकार राज्य में प्राथमिक कक्षाओं से लेकर स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों तक के 69,195 संस्कृत छात्रों को छात्रवृत्ति के रूप में 5.86 करोड़ रुपए प्रदान करेगी. वहीं सीएम योगी ने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि पिछली सरकारों ने संस्कृत शिक्षा को किस तरह नजरअंदाज किया खास तौर पर 2000 के बाद जब संस्कृत शिक्षा बोर्ड अप्रभावी हो गया. उन्होंने कहा कि इसका नतीजा यह हुआ कि हजारों छात्र संस्कृत भाषा में रुचि होने के बावजूद उससे दूर हो गए.

 

 

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